कोलकाता। पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार द्वारा विधानसभा द्वारा पारित एंटी-रेप बिल के साथ टेक्निकल रिपोर्ट न भेजने पर राज्यापाल ने इस रोक दिया है। जिससे ममता बनर्जी परेशान हैं।
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से रेप.मर्डर के बाद राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे थेण् पूरे राज्य में इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैंण् जिसके बाद राज्य सरकार ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में 3 सितंबर को एंटी.रेप बिल पेश किया थाण् इस बिल के अनुसारए पुलिस को 21 दिन में रेप केस की जांच पूरी करनी हैण् विधानसभा में बिल के पास होने के बाद इसे राज्यपाल के पास भेजा गया थाण् यहां से पास होने के बाद बिल को राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगाण् यहां से मुहर लगने के बाद ही यह बिल कानून में बदल सकेगा लेकिन बिल के साथ टेक्निकल रिपोर्ट न होने के कारण यह बिल राजभवन में अटक गया है।
गौरतलब है कि ममला सरकार पहले भी ऐसा करती रही हैण् ममता सरकार ने पहले भी विधानसभा से पास हुए कई बिल की टेक्निकल रिपोर्ट राजभवन नहीं भेजी थीए जिस वजह से ये बिल पेंडिंग हो जाते हैंण् ममता सरकार बाद में इसका आरोप राजभवन पर लगाती हैण्
इस बीच गवर्नर आनंद बोस ने इस बिल को आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और अरुणाचल प्रदेश के बिल की नकल बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के बिल राष्ट्रपति के पास पहले ही पेंडिंग है। लोगो को धोखा देने के लिए ममता धरना-प्रदर्शनों में भाग ले रही हैं.
West Bengal : टेक्निकल रिपोर्ट न भेजने पर राज्यापाल ने रेप के आरोपी को फांसी की सजा वाला बिल रोका, ममता परेशान
