योजना को प्रचार की व्यापक दरकार

जेनरिक दवाईयां ब्रांडेड दवाईयों के मुकाबले सस्ती और प्रभावशाली

प्रधानमंत्री भारतीय जन ओषधि केंद्र पर उपलब्ध है तमाम जेनरिक दवाईयां

जानकारी नहीं होने की वजह से जरूरतमंद नहीं उठा पा रहे लाभ

-स्वराज पाल

केंद्र सरकार की अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं देश में जरूरतमंदों के लिए संचालित है लेकिन उनका व्यापक स्तर पर प्रचार नहीं होने से जरूरतमंदों को उनका सम्पूर्ण लाभ नहीं मिल रहा है।दरअसल आम जनता विशेषकर अशिक्षित वर्ग को यह जानकारी कतई ही नहीं होती है कि केंद्र और राज्य सरकारी की कौन कौन सी योजनाएं संचालित है और उनका लाभ किस तरीके से,कहा से लिया जा सकता है।इन सब योजनाओं से जनता के वंचित रहने की मुख्य वजह योजनाओं का व्यापक स्तर पर प्रचार नहीं होना ही है। इन योजनाओं को जिला प्रशासन की ओर से समय समय पर जागरूक पखवाड़ा डोर टू डोर मनाकर योजनाओं की जानकारी आमजन को देना अतिआवश्यक है। तभी इन योजनाओं का जरूरतमंदों को सही मायने में लाभ मिल सकता है।भागदौड़ की जिंदगी में हर परिवार में कोई ना कोई किसी बीमारी से पीड़ित है।उन्हें बाजार से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ती है।ऐसे में एक विकल्प केंद्र सरकार की योजना प्रधानमंत्री भारतीय जन ओषधि केंद्र है।जहाँ सभी बीमारियों यहां तक कि गंभीर बीमारियों की दवाएं भी 50 प्रतिशत से 90 प्रतिशत तक कम दामों में उपलब्ध है।प्रधानमंत्री भारतीय जन ओषधि योजना में सरकार द्वारा उच्च गुणवत्ता वाली जेनरिक दवाईयों के दाम बाजार मूल्य से कम किए गए है। सरकार द्वारा जन औषधि स्टोर बनाए गए हैं, जहां जेनरिक दवाईयां उपलब्ध करवाई जा रही है।
जेनरिक दवाईयां ब्रांडेड या फार्मा की दवाईयों के मुकाबले सस्ती होती है, जबकि प्रभावशाली उनके बराबर ही होती है। प्रधानमंत्री जन औषधि अभियान मूलत: जनता को जागरूक करने के लिए शुरू किया गया हैं ताकि जनता समझ सके कि ब्रांडेड मेडिसिन की तुलना में जेनेरिक मेडिसिन कम मूल्य पर उपलब्ध हैं।साथ ही इसकी क्वालिटी में किसी तरह की कमी नहीं हैं।
प्रधानमंत्री भारतीय जन ओषधि केंद्र के संचालक तरुण यादव ने बताया कि यह सही है कि जनता को प्रधानमंत्री भारतीय जन ओषधि केंद्र की उतनी जानकारी नहीं है
जितनी होनी चाहिए। केंद्र पर अमूमन सभी बीमारियों यहां तक गंभीर बीमारियों की दवाएं भी सस्ते दामों में उपलब्ध है।उन्होंने बताया कि अलवर शहर में गायत्री मन्दिर के पास,ईटाराना गेट के बाहर, काशीराम चौराहा और एनईबी क्षेत्र में प्रधानमंत्री भारतीय जन ओषधि केंद्र है।आमखास अपने दिमाग से यह भ्रम अवश्य निकाल दे कि जेनरिक दवाओं से ज्यादा प्रभावशाली ब्रांडेड दवाएं होती है।याद रखिए सरकारी अस्पतालों में तमाम क्रिटीकल ऑपरेशन में काम आने वाली दवाईयां भी सरकारी ही होती है।उन्हीं दवाओं से मरीज एक दिन स्वस्थ्य होकर हॉस्पिटल से अपने घर लौटता है।बहरहाल जिला प्रशासन को डोर टू डोर इन ओषधि केंद्र के प्रचार करने की महत्ती आवश्यकता है।जिससे जरूरतमंद को सस्ती दवाएं उपलब्ध हो सके।

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