बीते एक साल में नहीं हुई एक भी बैठक
देहरादून। उत्तराखण्ड में स्व0 राम प्रसाद बहुगुणा स्मृति राज्यस्तरीय पुरस्कार चयन समिति का गठन हुए एक वर्ष से अधिक की अवधि बीत चुकी है। लेकिन शासन स्तर पर एक भी बैठक का आयोजन न होने से पात्र पत्रकारों का चयन नही किया जा सका है। जिस कारण वर्ष 2022-23 में किसी भी पत्रकार को यह पुरस्कार प्रदान नहीं दिया जा सका।
गौरतलब है कि बीते वर्ष एक जून को शासन द्वारा प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के दो पत्रकारों क्रमशः हिन्दुस्तान के ब्यूरो चीफ नवीन थलेड़ी और न्यूज-18 के संपादक अनुपम त्रिवेदी सहित साहित्यकार त्रिलोक चन्द्र भट्ट को स्व0 राम प्रसाद बहुगुणा स्मृति राज्यस्तरीय पुरस्कार चयन समिति में बतौर गैर सरकारी सदस्य नामित किया गया था। समिति के गठन के साथ ही यह अपेक्षा की जा रही थी कि पात्र पत्रकारों का चयन कर 30 मई, 2023 को हिंदी पत्रकारिता दिवस पर अलग-अलग श्रेणी के अनुसार सम्मान प्रतीक सहित वरिष्ठ पत्रकार को दो लाख इक्यावन हजार, प्रौढ़ पत्रकार को एक लाख इक्यावन हजार तथा एक युवा पत्रकार को एक लाख पच्चीस हजार रूपये की नकद राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जायेगी।लेकिन समय रहते शासन स्तर पर बैठक का निर्णय नहीं लिया जा सका।
स्व0 राम प्रसाद बहुगुणा स्मृति राज्यस्तरीय पुरस्कार चयन समिति की बैठक बुलाने के लिए समिति के सदस्य त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने 25 मार्च, 2023 को प्रमुख सचिव उत्तराखण्ड शासन जो समिति के अध्यक्ष भी हैं को पत्र भेज कर अनुरोध किया कि 30 मई को आयोजित होने वाले हिंदी पत्रकारिता दिवस में अल्प समय शेष है, अतः समिति की बैठक बुलाकर पात्र पत्रकारों का चयन कर लिया जाय। इस संबंध में श्री भट्ट द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री से भी अनुरोध किया गया किन्तु पत्रकारों को पुरस्कृत करने संबंधी मामलें में कोई बैठक नहीं हो सकी। समिति के सदस्य त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने 14 जुलाई को पुनः मुख्य सचिव/अध्यक्ष स्व0 राम प्रसाद बहुगुणा स्मृति राज्यस्तरीय पुरस्कार चयन समिति का ध्यानाकर्षण करते हुए अनुस्मारक भेजा। साथ ही महानिदेशक सूचना एवं लोक संपर्क विभाग उत्तराखण्ड जो समिति के सदस्य हैं को भी इस मामले में कार्यवाही का आग्रह किया। जिस पर महानिदेशक कार्यालय से अपर निदेशक आशिष त्रिपाठी द्वारा 31 जुलाई को उत्तराखण्ड सूचना अनुभाग के अनु. सचिव को दिवंगत पत्रकार ‘स्व0 रामप्रसाद बहुगुणा स्मृति राज्यस्तरीय पुरस्कार’’ दिये आने के सबंध में चयन समिति की बैठक के बावत पत्र भेजा। लेकिन अगस्त माह की समाप्ति तक भी शासन स्तर पर पत्रकारों के हित बैठक आयोजित किये जाने पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है। उत्तराखण्ड राज्य स्थापना के बाद अब तक केवल एक ही बार अल्मोड़ा के वरि0 दयाशंकर टम्टा को पत्रकारिता का यह राज्यस्तरीय पुरस्कार प्रदान किया गया है। उसके बाद बीते वर्षों में आज तक किसी पत्रकार को यह सम्मान नहीं मिला है।
श्री भट्ट ने बताया कि 4 जनवरी, 20221 को सूचना एवं लो0सं0 विभाग के माध्यम से स्व0 रामप्रसाद बहुगुणा स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार के लिए आवेदन मांगे गये थे। जिसके क्रम में वरिष्ठ पत्रकार की श्रेणी हेतु 24, प्रौढ़ पत्रकार हेतु 15 तथा युव पत्रकार हेतु 10 आवेदन/प्रस्ताव प्राप्त हुये थे। इन पर अध्यक्ष के स्तर से प्रस्तावित कार्यवाही आगे न बढ़ पाने के कारण ढाई साल बाद भी पात्र पत्रकारों का चयन नहीं पाया। जबकि हर वर्ष दिये जाने इन पुरस्कारों के लिये समयबद्ध कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है। शासन को इस पर गंभीरता से कार्य करना चाहिए।
नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एन.यू.जे उत्तराखण्ड) ने मांग की है कि राज्यस्तरीय पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान करने के लिए यथाशीघ्र बैठक आयोजित कर पात्र पत्रकारों का चयन किया जाय।